उज्जैन में 5 जून को होगा ‘स्पिरिचुअल एंड वेलनेस समिट’: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव वेलनेस सेक्टर से जुड़े निवेशकों से करेंगे वन-टू-वन बैठकें, समिट में वेलनेस सेक्टर के विविध पहलुओं पर होगा संवाद!

उज्जैन लाइव, उज्जैन, श्रुति घुरैया:
उज्जैन, जो भारत की सबसे प्राचीन और पवित्र नगरी मानी जाती है, अब केवल आस्था और अध्यात्म की नगरी नहीं बल्कि ‘वेलनेस की राजधानी’ बनने की ओर अग्रसर है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की दूरदृष्टि और नेतृत्व में 5 जून 2025 को उज्जैन में ‘स्पिरिचुअल एंड वेलनेस समिट’ का भव्य आयोजन किया जा रहा है। यह आयोजन औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन विभाग के अंतर्गत किया जा रहा है, जिसका मुख्य उद्देश्य मध्यप्रदेश को वैश्विक वेलनेस हब के रूप में स्थापित करना और उज्जैन को वेलनेस उद्योग की अंतरराष्ट्रीय केंद्रस्थली के रूप में पहचान दिलाना है।
यह समिट न केवल राज्य की नीतिगत दिशा को एक नई ऊर्जा देने वाला आयोजन है, बल्कि यह भारत की पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों—जैसे योग, आयुर्वेद, प्राकृतिक चिकित्सा और आध्यात्मिक जागरूकता—को वैश्विक मंच पर ले जाने का एक सशक्त माध्यम भी है। इस आयोजन में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव स्वयं उपस्थित रहकर वेलनेस सेक्टर से जुड़े निवेशकों, नीति-निर्माताओं और विशेषज्ञों के साथ संवाद करेंगे और वन-टू-वन बैठकें करेंगे, जो निवेश और सहयोग की नई राहें खोलेगा।
बता दें, इस एक दिवसीय समिट में प्रख्यात आध्यात्मिक गुरुओं, योगाचार्यों, आयुष और हेल्थ सेक्टर के विशेषज्ञों, नीति निर्माताओं, पर्यटन व वेलनेस ऑपरेटर्स, उद्योगपतियों और निवेशकों का समागम होगा। समिट में विशेष पैनल चर्चाओं के जरिए वेलनेस सेक्टर के विविध पहलुओं पर संवाद होगा, जैसे:
-
नीतिगत सहयोग और सार्वजनिक-निजी भागीदारी
-
वेलनेस इन्फ्रास्ट्रक्चर का विकास
-
रोजगार और वर्कफोर्स डेवलेपमेंट
-
परंपरागत चिकित्सा और आधुनिक विज्ञान का समन्वय
-
पारंपरिक चिकित्सा प्रणालियों में निवेश और नवाचार
कार्यक्रम की शुरुआत “आइडेंटिफाइंग पार्टनरशिप मॉडल” विषय पर पैनल डिस्कशन से होगी। इसके बाद “वेलनेस इकोसिस्टम और वर्कफोर्स डेवलेपमेंट” पर विचार-विमर्श होगा। समिट में एक खास आकर्षण होगा मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के साथ “फायरसाइड चैट”, जिसमें वह “वेलनेस के लिए नई सोच” विषय पर अपने विचार साझा करेंगे।
वहीं, इस समिट में भाग लेने के इच्छुक प्रतिभागी invest.mp.gov.in पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। समिट का आयोजन आनंद विभाग, पर्यटन विभाग और आयुष विभाग के समन्वित प्रयासों से किया जा रहा है।
बता दें, उज्जैन सदियों से भारत की आध्यात्मिक चेतना का केंद्र रहा है। यह नगरी महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग की स्थली है, जहां हर साल करोड़ों श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं। यही आध्यात्मिक ऊर्जा अब वेलनेस और हेल्थ सेक्टर को नई दिशा दे रही है। राज्य सरकार ने इस तथ्य को पहचानते हुए उज्जैन को वेलनेस टूरिज्म का हॉटस्पॉट बनाने की योजना बनाई है।